Thursday, 10 January 2013

Normal life was affected in Bihar on Wednesday as it remained in the grip of intense cold wave conditions. Patna and Bhagalpur recorded the season's lowest temperature at 1.1 degrees Celsius, the Met Office said. The officials have warned that such conditions will continue for the next 48 hours. Patna and Bhagalpur recorded the minimum temperatures of 1.1 degrees Celsius on late Tuesday night while in Purnea it was 2.5 degrees Celsius. "Bihar continued to shiver in icy winds and biting cold and normal life was badly affected," an official of the state disaster management department said. The bone-chilling north-westerly winds continued blowing across the state and people are unlikely to get any respite from it for at least 48 hours, A.K. Sen of India Meteorological Department said here. In view of the prevailing cold wave, all public and private schools have been closed in Patna till January 10, Patna District Magistrate Sanjay Kumar Singh said. A dense fog enveloped the state, disrupting air and rail services for last several days. The Bihar government is yet to confirm any death due to the cold wave but unconfirmed reports from various districts put the toll at over 50 in the last 72 hours.


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खड़गपुर की पहाडि़यों पर स्थित यह तीर्थस्‍थल काफी मशहूर है। यह मुंगेर से २३कि॰मी॰ दक्षिण-पुर्व में लौवागढ़ी-पाटम पथ में उमीवनवर्षा के समीप स्थित है। इस स्‍थान का नाम प्रसिद्ध ऋषि श्रृंग के नाम पर रखा गया है। यहां मलमास के शुभ अवसर पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जुटती है। पर्यटकों के बीच यहां का गर्म झरना आकर्षण के केंद्र बिंदू में रहता है। ठंड के मौसम में इस झरने का पानी हल्‍का गर्म हो जाता है जिसमें स्‍नान करने के लिए दूर दराज से पर्यटक आते हैं। यहीं पर एक डैम का निर्माण भी किया गया है जो इसकी खूबसूरती में चार चांद लगाता है। यहां स्थित कुंड जिसको लोग ऋषिकुंड के नाम से जानते हैं, के बारे में कहा जाता है कि व्‍यक्ति चाहे लंबा हो या छोटा पानी उसके कमर के आसपास तक ही होता है। यहीं भगवान शिव को समर्पित एक बहुत प्राचीन मंदिर है जो भक्‍तों के बीच काफी लोकप्रिय है। इसके अलावा चण्‍डी स्‍थान, मुल्‍ला मोहम्‍मद सईद का मकबरा, खड़गपुर झील, रामेश्‍वर कुंड, पीर पहाड़, हा-हा पंच कुमारी, उरेन, बहादूरीया-भूर, भीमबांध आदि-आदि भी देखने लायक जगह है।